महाभारतम् — 5.122.22
Original
Segmented
यः तु निःश्रेयसम् श्रुत्वा प्राप्तम् एव अभिपद्यते आत्मनो मतम् उत्सृज्य स लोके सुखम् एधते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
निःश्रेयसम् | निःश्रेयस | pos=a,g=n,c=2,n=s |
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
प्राप्तम् | प्राप् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
एव | एव | pos=i |
अभिपद्यते | अभिपद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
आत्मनो | आत्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
मतम् | मत | pos=n,g=n,c=2,n=s |
उत्सृज्य | उत्सृज् | pos=vi |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
सुखम् | सुखम् | pos=i |
एधते | एध् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |