Original

अचलं स्थानमारुह्य दौहित्रफलनिर्जितम् ।कर्मभिः स्वैरुपचितो जज्वाल परया श्रिया ॥ ३ ॥

Segmented

अचलम् स्थानम् आरुह्य दौहित्र-फल-निर्जितम् कर्मभिः स्वैः उपचितो जज्वाल परया श्रिया

Analysis

Word Lemma Parse
अचलम् अचल pos=a,g=n,c=2,n=s
स्थानम् स्थान pos=n,g=n,c=2,n=s
आरुह्य आरुह् pos=vi
दौहित्र दौहित्र pos=n,comp=y
फल फल pos=n,comp=y
निर्जितम् निर्जि pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part
कर्मभिः कर्मन् pos=n,g=n,c=3,n=p
स्वैः स्व pos=a,g=n,c=3,n=p
उपचितो उपचि pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
जज्वाल ज्वल् pos=v,p=3,n=s,l=lit
परया पर pos=n,g=f,c=3,n=s
श्रिया श्री pos=n,g=f,c=3,n=s