महाभारतम् — 5.121.18
Original
Segmented
नारद उवाच एष दोषो ऽभिमानेन पुरा प्राप्तो ययातिना निर्बन्धात् च अतिमात्रम् गालवेन महीपते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
नारद | नारद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
एष | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
दोषो | दोष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽभिमानेन | अभिमान | pos=n,g=m,c=3,n=s |
पुरा | पुरा | pos=i |
प्राप्तो | प्राप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ययातिना | ययाति | pos=n,g=m,c=3,n=s |
निर्बन्धात् | निर्बन्ध | pos=n,g=m,c=5,n=s |
च | च | pos=i |
अतिमात्रम् | अतिमात्रम् | pos=i |
गालवेन | गालव | pos=n,g=m,c=3,n=s |
महीपते | महीपति | pos=n,g=m,c=8,n=s |