महाभारतम् — 5.103.3
Original
Segmented
गरुड उवाच भगवन् किम् अवज्ञानात् क्षुधाम् प्रति भये मम कामकार-वरम् दत्त्वा पुनः चलितवान् असि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
गरुड | गरुड | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
भगवन् | भगवत् | pos=a,g=m,c=8,n=s |
किम् | किम् | pos=i |
अवज्ञानात् | अवज्ञान | pos=n,g=n,c=5,n=s |
क्षुधाम् | क्षुधा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
प्रति | प्रति | pos=i |
भये | भय | pos=n,g=n,c=7,n=s |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
कामकार | कामकार | pos=n,comp=y |
वरम् | वर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
दत्त्वा | दा | pos=vi |
पुनः | पुनर् | pos=i |
चलितवान् | चल् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
असि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |