महाभारतम् — 5.103.18
Original
Segmented
कण्व उवाच तस्य तद् वचनम् श्रुत्वा खगस्य उदर्क-दारुणम् अक्षोभ्यम् क्षोभय् तार्क्ष्यम् उवाच रथ-चक्र-भृत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कण्व | कण्व | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
खगस्य | खग | pos=n,g=m,c=6,n=s |
उदर्क | उदर्क | pos=n,comp=y |
दारुणम् | दारुण | pos=a,g=n,c=2,n=s |
अक्षोभ्यम् | अक्षोभ्य | pos=a,g=m,c=2,n=s |
क्षोभय् | क्षोभय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
तार्क्ष्यम् | तार्क्ष्य | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
रथ | रथ | pos=n,comp=y |
चक्र | चक्र | pos=n,comp=y |
भृत् | भृत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |