महाभारतम् — 4.6.7
Original
Segmented
वितर्कयन्तम् तु नर-ऋषभः तदा युधिष्ठिरो ऽभ्येत्य विराटम् अब्रवीत् सम्राड् विजानातु इह जीवित-अर्थिनम् विनष्ट-सर्वस्वम् उपागतम् द्विजम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वितर्कयन्तम् | वितर्कय् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
तु | तु | pos=i |
नर | नर | pos=n,comp=y |
ऋषभः | ऋषभ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
युधिष्ठिरो | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽभ्येत्य | अभ्ये | pos=vi |
विराटम् | विराट | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
सम्राड् | सम्राज् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विजानातु | विज्ञा | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
इह | इह | pos=i |
जीवित | जीवित | pos=n,comp=y |
अर्थिनम् | अर्थिन् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
विनष्ट | विनश् | pos=va,comp=y,f=part |
सर्वस्वम् | सर्वस्व | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उपागतम् | उपागम् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
द्विजम् | द्विज | pos=n,g=m,c=2,n=s |