महाभारतम् — 4.6.15
Original
Segmented
ये अवृत्ति-कर्शिताः ब्रूयाः च ब्रूयाश्च तेषाम् वचनेन मे दास्यामि सर्वम् तद् अहम् न संशयो न ते भयम् विद्यति संनिधौ
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
अवृत्ति | अवृत्ति | pos=n,comp=y |
कर्शिताः | कर्शय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
ब्रूयाः | ब्रू | pos=v,p=2,n=s,l=vidhilin |
च | च | pos=i |
ब्रूयाश्च | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
तेषाम् | वचन | pos=n,g=n,c=3,n=s |
वचनेन | मद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
मे | सदा | pos=i |
दास्यामि | दा | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
संशयो | संशय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
भयम् | भय | pos=n,g=n,c=1,n=s |
विद्यति | संनिधि | pos=n,g=m,c=7,n=s |
संनिधौ | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |