Original

दुर्योधन उवाच ।नाहं राज्यं प्रदास्यामि पाण्डवानां पितामह ।युद्धावचारिकं यत्तु तच्छीघ्रं संविधीयताम् ॥ १५ ॥

Segmented

दुर्योधन उवाच न अहम् राज्यम् प्रदास्यामि पाण्डवानाम् पितामह युद्ध-अवचारिकम् यत् तु तत् शीघ्रम् संविधीयताम्

Analysis

Word Lemma Parse
दुर्योधन दुर्योधन pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
pos=i
अहम् मद् pos=n,g=,c=1,n=s
राज्यम् राज्य pos=n,g=n,c=2,n=s
प्रदास्यामि प्रदा pos=v,p=1,n=s,l=lrt
पाण्डवानाम् पाण्डव pos=n,g=m,c=6,n=p
पितामह पितामह pos=n,g=m,c=8,n=s
युद्ध युद्ध pos=n,comp=y
अवचारिकम् अवचारिक pos=a,g=n,c=1,n=s
यत् यद् pos=n,g=n,c=1,n=s
तु तु pos=i
तत् तद् pos=n,g=n,c=1,n=s
शीघ्रम् शीघ्रम् pos=i
संविधीयताम् संविधा pos=v,p=3,n=s,l=lot