Original

तदनीकं विराटस्य शुशुभे भरतर्षभ ।संप्रयातं महाराज निनीषन्तं गवां पदम् ॥ २९ ॥

Segmented

तद् अनीकम् विराटस्य शुशुभे भरत-ऋषभ सम्प्रयातम् महा-राज निनीषन्तम् गवाम् पदम्

Analysis

Word Lemma Parse
तद् तद् pos=n,g=n,c=1,n=s
अनीकम् अनीक pos=n,g=n,c=1,n=s
विराटस्य विराट pos=n,g=m,c=6,n=s
शुशुभे शुभ् pos=v,p=3,n=s,l=lit
भरत भरत pos=n,comp=y
ऋषभ ऋषभ pos=n,g=m,c=8,n=s
सम्प्रयातम् सम्प्रया pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
महा महत् pos=a,comp=y
राज राज pos=n,g=m,c=8,n=s
निनीषन्तम् निनीष् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
गवाम् गो pos=n,g=,c=6,n=p
पदम् पद pos=n,g=m,c=2,n=s