महाभारतम् — 4.30.19
Original
Segmented
अथ मत्स्यो ऽब्रवीद् राजा शतानीकम् जघन्य-जम् कङ्क-बल्लव-गोपालाः दामग्रन्थि च वीर्यवान् युध्येयुः इति मे बुद्धिः वर्तते न अत्र संशयः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अथ | अथ | pos=i |
मत्स्यो | मत्स्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽब्रवीद् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
शतानीकम् | शतानीक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
जघन्य | जघन्य | pos=a,comp=y |
जम् | ज | pos=a,g=m,c=2,n=s |
कङ्क | कङ्क | pos=n,comp=y |
बल्लव | बल्लव | pos=n,comp=y |
गोपालाः | गोपाल | pos=n,g=m,c=1,n=p |
दामग्रन्थि | दामग्रन्थि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
वीर्यवान् | वीर्यवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
युध्येयुः | युध् | pos=v,p=3,n=p,l=vidhilin |
इति | इति | pos=i |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
बुद्धिः | बुद्धि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
वर्तते | वृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
न | न | pos=i |
अत्र | अत्र | pos=i |
संशयः | संशय | pos=n,g=m,c=1,n=s |