महाभारतम् — 4.27.24
Original
Segmented
त्यक्त-वाक्य-अनृतः तात शुभ-कल्याण-मङ्गलः शुभ-अर्थ-ईप्सुः शुभ-मतिः यत्र राजा युधिष्ठिरः भविष्यति जनः तत्र नित्यम् च इष्ट-प्रिय-व्रतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
त्यक्त | त्यज् | pos=va,comp=y,f=part |
वाक्य | वाक्य | pos=n,comp=y |
अनृतः | अनृत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
शुभ | शुभ | pos=a,comp=y |
कल्याण | कल्याण | pos=n,comp=y |
मङ्गलः | मङ्गल | pos=n,g=m,c=1,n=s |
शुभ | शुभ | pos=a,comp=y |
अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
ईप्सुः | ईप्सु | pos=a,g=m,c=1,n=s |
शुभ | शुभ | pos=a,comp=y |
मतिः | मति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यत्र | यत्र | pos=i |
राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
युधिष्ठिरः | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
भविष्यति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
जनः | जन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तत्र | तत्र | pos=i |
नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
च | च | pos=i |
इष्ट | इष् | pos=va,comp=y,f=part |
प्रिय | प्रिय | pos=a,comp=y |
व्रतः | व्रत | pos=n,g=m,c=1,n=s |