महाभारतम् — 4.17.17
Original
Segmented
शतम् दासी-सहस्राणि यस्य नित्यम् महानसे पात्री-हस्तम् दिवारात्रम् अतिथीन् भोजयन्ति उत
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शतम् | शत | pos=n,g=n,c=1,n=s |
दासी | दासी | pos=n,comp=y |
सहस्राणि | सहस्र | pos=n,g=n,c=1,n=p |
यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
महानसे | महानस | pos=n,g=n,c=7,n=s |
पात्री | पात्री | pos=n,comp=y |
हस्तम् | हस्त | pos=n,g=m,c=2,n=s |
दिवारात्रम् | दिवारात्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अतिथीन् | अतिथि | pos=n,g=m,c=2,n=p |
भोजयन्ति | भोजय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
उत | उत | pos=i |