Original

वेदी शूर्पारके तात जमदग्नेर्महात्मनः ।रम्या पाषाणतीर्था च पुरश्चन्द्रा च भारत ॥ ९ ॥

Segmented

वेदी शूर्पारके तात जमदग्नेः महात्मनः रम्या पाषाण-तीर्था च पुरश्चन्द्रा च भारत

Analysis

Word Lemma Parse
वेदी वेदि pos=n,g=f,c=1,n=s
शूर्पारके शूर्पारक pos=n,g=n,c=7,n=s
तात तात pos=n,g=m,c=8,n=s
जमदग्नेः जमदग्नि pos=n,g=m,c=6,n=s
महात्मनः महात्मन् pos=a,g=m,c=6,n=s
रम्या रम्य pos=a,g=f,c=1,n=s
पाषाण पाषाण pos=n,comp=y
तीर्था तीर्थ pos=n,g=f,c=1,n=s
pos=i
पुरश्चन्द्रा पुरश्चन्द्रा pos=n,g=f,c=1,n=s
pos=i
भारत भारत pos=a,g=m,c=8,n=s