महाभारतम् — 3.86.12
Original
Segmented
यत्र देवैस् तपस् तप्तम् महद् इच्छद्भिः आश्रमे गोकर्णम् इति विख्यातम् त्रिषु लोकेषु भारत
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यत्र | यत्र | pos=i |
देवैस् | देव | pos=n,g=m,c=3,n=p |
तपस् | तपस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तप्तम् | तप् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
महद् | महत् | pos=a,g=n,c=1,n=s |
इच्छद्भिः | इष् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
आश्रमे | आश्रम | pos=n,g=m,c=7,n=s |
गोकर्णम् | गोकर्ण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
इति | इति | pos=i |
विख्यातम् | विख्या | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
त्रिषु | त्रि | pos=n,g=m,c=7,n=p |
लोकेषु | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=p |
भारत | भारत | pos=a,g=m,c=8,n=s |