महाभारतम् — 3.82.15
Original
Segmented
शाक-आहारस्य यत् सम्यग् वर्षैः द्वादशभिः फलम् तत् फलम् तस्य भवति देव्याः छन्देन भारत
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| शाक | शाक | pos=n,comp=y |
| आहारस्य | आहार | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| सम्यग् | सम्यक् | pos=i |
| वर्षैः | वर्ष | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| द्वादशभिः | द्वादशन् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| फलम् | फल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| फलम् | फल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| देव्याः | देवी | pos=n,g=f,c=6,n=s |
| छन्देन | छन्द | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| भारत | भारत | pos=a,g=m,c=8,n=s |