महाभारतम् — 3.80.95
Original
Segmented
सिन्धूत्तमम् इति ख्यातम् सर्व-पाप-प्रणाशनम् तत्र स्नात्वा नर-श्रेष्ठ लभेद् बहु सुवर्णकम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सिन्धूत्तमम् | सिन्धूत्तम | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| ख्यातम् | ख्या | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
| पाप | पाप | pos=n,comp=y |
| प्रणाशनम् | प्रणाशन | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| स्नात्वा | स्ना | pos=vi |
| नर | नर | pos=n,comp=y |
| श्रेष्ठ | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| लभेद् | लभ् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| बहु | बहु | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| सुवर्णकम् | सुवर्णक | pos=n,g=n,c=2,n=s |