महाभारतम् — 3.80.64
Original
Segmented
शाक-वृत्तिः फलैः वा अपि कौमारम् विन्दते पदम् कण्वाश्रमम् समासाद्य श्री-जुष्टम् लोक-पूजितम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| शाक | शाक | pos=n,comp=y |
| वृत्तिः | वृत्ति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| फलैः | फल | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| वा | वा | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| कौमारम् | कौमार | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| विन्दते | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| पदम् | पद | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| कण्वाश्रमम् | कण्वाश्रम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| समासाद्य | समासादय् | pos=vi |
| श्री | श्री | pos=n,comp=y |
| जुष्टम् | जुष् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| लोक | लोक | pos=n,comp=y |
| पूजितम् | पूजय् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |