महाभारतम् — 3.80.62
Original
Segmented
जम्बूमार्गाद् उपावृत्तो गच्छेत् तण्डुलिकाश्रमम् न दुर्गतिम् अवाप्नोति स्वर्ग-लोके च पूज्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| जम्बूमार्गाद् | जम्बूमार्ग | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| उपावृत्तो | उपावृत् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| गच्छेत् | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| तण्डुलिकाश्रमम् | तण्डुलिकाश्रम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| न | न | pos=i |
| दुर्गतिम् | दुर्गति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| अवाप्नोति | अवाप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| स्वर्ग | स्वर्ग | pos=n,comp=y |
| लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| च | च | pos=i |
| पूज्यते | पूजय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |