महाभारतम् — 3.80.42
Original
Segmented
दश कोटि-सहस्राणि तीर्थानाम् वै महीपते सांनिध्यम् पुष्करे येषाम् त्रिसंध्यम् कुरु-नन्दन
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| दश | दशन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| कोटि | कोटि | pos=n,comp=y |
| सहस्राणि | सहस्र | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| तीर्थानाम् | तीर्थ | pos=n,g=n,c=6,n=p |
| वै | वै | pos=i |
| महीपते | महीपति | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| सांनिध्यम् | सांनिध्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| पुष्करे | पुष्कर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| येषाम् | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| त्रिसंध्यम् | त्रिसंध्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| कुरु | कुरु | pos=n,comp=y |
| नन्दन | नन्दन | pos=n,g=m,c=8,n=s |