महाभारतम् — 3.80.11
Original
Segmented
नारद उवाच शृणु राजन्न् अवहितो यथा भीष्मेण भारत पुलस्त्यस्य सकाशाद् वै सर्वम् एतद् उपश्रुतम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| नारद | नारद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| शृणु | श्रु | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| राजन्न् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| अवहितो | अवहित | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| यथा | यथा | pos=i |
| भीष्मेण | भीष्म | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| भारत | भारत | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| पुलस्त्यस्य | पुलस्त्य | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| सकाशाद् | सकाश | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| वै | वै | pos=i |
| सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| एतद् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| उपश्रुतम् | उपश्रु | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |