Original

वेदाक्षहृदयं कृत्स्नमहं सत्यपराक्रम ।उपपद्यस्व कौन्तेय प्रसन्नोऽहं ब्रवीमि ते ॥ १५ ॥

Segmented

वेद अक्ष-हृदयम् कृत्स्नम् अहम् सत्य-पराक्रमैः उपपद्यस्व कौन्तेय प्रसन्नो ऽहम् ब्रवीमि ते

Analysis

Word Lemma Parse
वेद विद् pos=v,p=1,n=s,l=lit
अक्ष अक्ष pos=n,comp=y
हृदयम् हृदय pos=n,g=n,c=2,n=s
कृत्स्नम् कृत्स्न pos=a,g=n,c=2,n=s
अहम् मद् pos=n,g=,c=1,n=s
सत्य सत्य pos=a,comp=y
पराक्रमैः पराक्रम pos=n,g=m,c=8,n=s
उपपद्यस्व उपपद् pos=v,p=2,n=s,l=lot
कौन्तेय कौन्तेय pos=n,g=m,c=8,n=s
प्रसन्नो प्रसद् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
ऽहम् मद् pos=n,g=,c=1,n=s
ब्रवीमि ब्रू pos=v,p=1,n=s,l=lat
ते त्वद् pos=n,g=,c=4,n=s