Original

तथैव मलदिग्धाङ्गी परिष्वज्य शुचिस्मिता ।सुचिरं पुरुषव्याघ्रं तस्थौ साश्रुपरिप्लुता ॥ २१ ॥

Segmented

तथा एव मल-दिग्ध-अङ्गी परिष्वज्य शुचि-स्मिता सुचिरम् पुरुष-व्याघ्रम् तस्थौ स अश्रु-परिप्लुता

Analysis

Word Lemma Parse
तथा तथा pos=i
एव एव pos=i
मल मल pos=n,comp=y
दिग्ध दिह् pos=va,comp=y,f=part
अङ्गी अङ्ग pos=a,g=f,c=1,n=s
परिष्वज्य परिष्वज् pos=vi
शुचि शुचि pos=a,comp=y
स्मिता स्मित pos=n,g=f,c=1,n=s
सुचिरम् सुचिर pos=a,g=n,c=2,n=s
पुरुष पुरुष pos=n,comp=y
व्याघ्रम् व्याघ्र pos=n,g=m,c=2,n=s
तस्थौ स्था pos=v,p=3,n=s,l=lit
pos=i
अश्रु अश्रु pos=n,comp=y
परिप्लुता परिप्लु pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part