महाभारतम् — 3.63.16
Original
Segmented
अनागा येन निकृतस् त्वम् अनर्हो जनाधिप क्रोधाद् असूययित्वा तम् रक्षा मे भवतः कृता
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अनागा | अनागस् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| येन | यद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| निकृतस् | निकृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| अनर्हो | अनर्ह | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| जनाधिप | जनाधिप | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| क्रोधाद् | क्रोध | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| असूययित्वा | असूय् | pos=vi |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| रक्षा | रक्षा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| भवतः | भवत् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
| कृता | कृ | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |