Original

प्रणमे त्वाभिगम्याहं राजपुत्रीं निबोध माम् ।राज्ञः स्नुषां राजभार्यां दमयन्तीति विश्रुताम् ॥ ४० ॥

Segmented

प्रणमे त्वा अभिगम्य अहम् राज-पुत्रीम् निबोध माम् राज्ञः स्नुषाम् राज-भार्याम् दमयन्ती इति विश्रुताम्

Analysis

Word Lemma Parse
प्रणमे प्रणम् pos=v,p=1,n=s,l=lat
त्वा त्वद् pos=n,g=,c=2,n=s
अभिगम्य अभिगम् pos=vi
अहम् मद् pos=n,g=,c=1,n=s
राज राजन् pos=n,comp=y
पुत्रीम् पुत्री pos=n,g=f,c=2,n=s
निबोध निबुध् pos=v,p=2,n=s,l=lot
माम् मद् pos=n,g=,c=2,n=s
राज्ञः राजन् pos=n,g=m,c=6,n=s
स्नुषाम् स्नुषा pos=n,g=f,c=2,n=s
राज राजन् pos=n,comp=y
भार्याम् भार्या pos=n,g=f,c=2,n=s
दमयन्ती दमयन्ती pos=n,g=f,c=1,n=s
इति इति pos=i
विश्रुताम् विश्रु pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part