Original

अहं सार्थस्य नेता वै सार्थवाहः शुचिस्मिते ।मनुष्यं नलनामानं न पश्यामि यशस्विनि ॥ १२२ ॥

Segmented

अहम् सार्थस्य नेता वै सार्थवाहः शुचि-स्मिते मनुष्यम् नल-नामानम् न पश्यामि यशस्विनि

Analysis

Word Lemma Parse
अहम् मद् pos=n,g=,c=1,n=s
सार्थस्य सार्थ pos=n,g=m,c=6,n=s
नेता नेतृ pos=a,g=m,c=1,n=s
वै वै pos=i
सार्थवाहः सार्थवाह pos=n,g=m,c=1,n=s
शुचि शुचि pos=a,comp=y
स्मिते स्मित pos=n,g=f,c=8,n=s
मनुष्यम् मनुष्य pos=n,g=m,c=2,n=s
नल नल pos=n,comp=y
नामानम् नामन् pos=n,g=m,c=2,n=s
pos=i
पश्यामि दृश् pos=v,p=1,n=s,l=lat
यशस्विनि यशस्विन् pos=a,g=f,c=8,n=s