महाभारतम् — 3.46.5
Original
Segmented
यस्य नित्यम् ऋता वाचः स्वैरेषु अपि महात्मनः त्रैलोक्यम् अपि तस्य स्याद् योद्धा यस्य धनंजयः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
ऋता | ऋत | pos=a,g=f,c=1,n=p |
वाचः | वाच् | pos=n,g=f,c=1,n=p |
स्वैरेषु | स्वैर | pos=a,g=m,c=7,n=p |
अपि | अपि | pos=i |
महात्मनः | महात्मन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
त्रैलोक्यम् | त्रैलोक्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
स्याद् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
योद्धा | योद्धृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
धनंजयः | धनंजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |