Original

नैतदुत्सहतेऽन्यो हि लब्धुमन्यत्र फल्गुनात् ।साक्षाद्दर्शनमेतेषामीश्वराणां नरो भुवि ॥ २५ ॥

Segmented

न एतत् उत्सहते ऽन्यो हि लब्धुम् अन्यत्र फल्गुनात् साक्षाद् दर्शनम् एतेषाम् ईश्वराणाम् नरो भुवि

Analysis

Word Lemma Parse
pos=i
एतत् एतद् pos=n,g=n,c=2,n=s
उत्सहते उत्सह् pos=v,p=3,n=s,l=lat
ऽन्यो अन्य pos=n,g=m,c=1,n=s
हि हि pos=i
लब्धुम् लभ् pos=vi
अन्यत्र अन्यत्र pos=i
फल्गुनात् फल्गुन pos=n,g=m,c=5,n=s
साक्षाद् साक्षात् pos=i
दर्शनम् दर्शन pos=n,g=n,c=2,n=s
एतेषाम् एतद् pos=n,g=m,c=6,n=p
ईश्वराणाम् ईश्वर pos=n,g=m,c=6,n=p
नरो नर pos=n,g=m,c=1,n=s
भुवि भू pos=n,g=f,c=7,n=s