महाभारतम् — 3.42.21
Original
Segmented
अंशाः च क्षिति-सम्प्राप्ताः देव-गन्धर्व-रक्षसाम् तया निपातिता युद्धे स्व-कर्म-फल-निर्जिताम् गतिम् प्राप्स्यन्ति कौन्तेय यथास्वम् अरि-कर्शनैः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अंशाः | अंश | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
क्षिति | क्षिति | pos=n,comp=y |
सम्प्राप्ताः | सम्प्राप् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
देव | देव | pos=n,comp=y |
गन्धर्व | गन्धर्व | pos=n,comp=y |
रक्षसाम् | रक्षस् | pos=n,g=n,c=6,n=p |
तया | तद् | pos=n,g=f,c=3,n=s |
निपातिता | निपातय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
युद्धे | युद्ध | pos=n,g=n,c=7,n=s |
स्व | स्व | pos=a,comp=y |
कर्म | कर्मन् | pos=n,comp=y |
फल | फल | pos=n,comp=y |
निर्जिताम् | निर्जि | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
गतिम् | गति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
प्राप्स्यन्ति | प्राप् | pos=v,p=3,n=p,l=lrt |
कौन्तेय | कौन्तेय | pos=n,g=m,c=8,n=s |
यथास्वम् | यथास्व | pos=a,g=m,c=2,n=s |
अरि | अरि | pos=n,comp=y |
कर्शनैः | कर्शन | pos=a,g=m,c=8,n=s |