महाभारतम् — 3.42.15
Original
Segmented
संस्तूयमानो गन्धर्वैः ऋषिभिः च तपोधनैः शृङ्गम् गिरेः समासाद्य तस्थौ सूर्य इव उदितः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संस्तूयमानो | संस्तु | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
गन्धर्वैः | गन्धर्व | pos=n,g=m,c=3,n=p |
ऋषिभिः | ऋषि | pos=n,g=m,c=3,n=p |
च | च | pos=i |
तपोधनैः | तपोधन | pos=a,g=m,c=3,n=p |
शृङ्गम् | शृङ्ग | pos=n,g=n,c=2,n=s |
गिरेः | गिरि | pos=n,g=m,c=6,n=s |
समासाद्य | समासादय् | pos=vi |
तस्थौ | स्था | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
सूर्य | सूर्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
उदितः | उदि | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |