Original

अर्जुन उवाच ।कपर्दिन्सर्वभूतेश भगनेत्रनिपातन ।व्यतिक्रमं मे भगवन्क्षन्तुमर्हसि शंकर ॥ ५७ ॥

Segmented

अर्जुन उवाच कपर्दिन् सर्व-भूत-ईश भग-नेत्र-निपातनैः व्यतिक्रमम् मे भगवन् क्षन्तुम् अर्हसि शंकर

Analysis

Word Lemma Parse
अर्जुन अर्जुन pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
कपर्दिन् कपर्दिन् pos=n,g=m,c=8,n=s
सर्व सर्व pos=n,comp=y
भूत भूत pos=n,comp=y
ईश ईश pos=n,g=m,c=8,n=s
भग भग pos=n,comp=y
नेत्र नेत्र pos=n,comp=y
निपातनैः निपातन pos=a,g=m,c=8,n=s
व्यतिक्रमम् व्यतिक्रम pos=n,g=m,c=2,n=s
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
भगवन् भगवन्त् pos=n,g=m,c=1,n=s
क्षन्तुम् क्षम् pos=vi
अर्हसि अर्ह् pos=v,p=2,n=s,l=lat
शंकर शंकर pos=n,g=m,c=8,n=s