Original

जहाराथ ततो जिष्णुः किरातमुरसा बली ।पाण्डवं च विचेष्टन्तं किरातोऽप्यहनद्बलात् ॥ ४७ ॥

Segmented

जहार अथ ततो जिष्णुः किरातम् उरसा बली पाण्डवम् च विचेष्टन्तम् किरातो ऽप्य् अहनद् बलात्

Analysis

Word Lemma Parse
जहार हृ pos=v,p=3,n=s,l=lit
अथ अथ pos=i
ततो ततस् pos=i
जिष्णुः जिष्णु pos=n,g=m,c=1,n=s
किरातम् किरात pos=n,g=m,c=2,n=s
उरसा उरस् pos=n,g=n,c=3,n=s
बली बलिन् pos=a,g=m,c=1,n=s
पाण्डवम् पाण्डव pos=n,g=m,c=2,n=s
pos=i
विचेष्टन्तम् विचेष्ट् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
किरातो किरात pos=n,g=m,c=1,n=s
ऽप्य् अपि pos=i
अहनद् हन् pos=v,p=3,n=s,l=lun
बलात् बल pos=n,g=n,c=5,n=s