महाभारतम् — 3.40.21
Original
Segmented
इति उक्तवान् पाण्डवेयेन किरातः प्रहसन्न् इव उवाच श्लक्ष्णया वाचा पाण्डवम् सव्यसाचिनम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इति | इति | pos=i |
उक्तवान् | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
पाण्डवेयेन | पाण्डवेय | pos=n,g=m,c=3,n=s |
किरातः | किरात | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रहसन्न् | प्रहस् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
इव | इव | pos=i |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
श्लक्ष्णया | श्लक्ष्ण | pos=a,g=f,c=3,n=s |
वाचा | वाच् | pos=n,g=f,c=3,n=s |
पाण्डवम् | पाण्डव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
सव्यसाचिनम् | सव्यसाचिन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |