महाभारतम् — 3.33.5
Original
Segmented
जङ्गमेषु विशेषेण मनुष्या भरत-ऋषभ इच्छन्ति कर्मणा वृत्तिम् अवाप्तुम् प्रेत्य च इह च
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| जङ्गमेषु | जङ्गम | pos=a,g=m,c=7,n=p |
| विशेषेण | विशेष | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| मनुष्या | मनुष्य | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| भरत | भरत | pos=n,comp=y |
| ऋषभ | ऋषभ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| इच्छन्ति | इष् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| कर्मणा | कर्मन् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| वृत्तिम् | वृत्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| अवाप्तुम् | अवाप् | pos=vi |
| प्रेत्य | प्रे | pos=vi |
| च | च | pos=i |
| इह | इह | pos=i |
| च | च | pos=i |