महाभारतम् — 3.30.7
Original
Segmented
एतान् दोषान् प्रपश्यद्भिः जितः क्रोधो मनीषिभिः इच्छद्भिः परमम् श्रेय इह च अमुत्र च उत्तमम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एतान् | एतद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
दोषान् | दोष | pos=n,g=m,c=2,n=p |
प्रपश्यद्भिः | प्रपश् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
जितः | जि | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
क्रोधो | क्रोध | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मनीषिभिः | मनीषिन् | pos=a,g=m,c=3,n=p |
इच्छद्भिः | इष् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
परमम् | परम | pos=a,g=n,c=2,n=s |
श्रेय | श्रेयस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
इह | इह | pos=i |
च | च | pos=i |
अमुत्र | अमुत्र | pos=i |
च | च | pos=i |
उत्तमम् | उत्तम | pos=a,g=n,c=2,n=s |