Original

स्यात्तु दुर्योधनेनेदमुपांशुविहितं कृतम् ।गान्धारराजरचितं सततं जिह्मबुद्धिना ॥ ५ ॥

Segmented

स्यात् तु दुर्योधनेन इदम् उपांशु विहितम् कृतम् गान्धार-राज-रचितम् सततम् जिह्म-बुद्धिना

Analysis

Word Lemma Parse
स्यात् अस् pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin
तु तु pos=i
दुर्योधनेन दुर्योधन pos=n,g=m,c=3,n=s
इदम् इदम् pos=n,g=n,c=1,n=s
उपांशु उपांशु pos=i
विहितम् विधा pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
कृतम् कृ pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
गान्धार गान्धार pos=n,comp=y
राज राज pos=n,comp=y
रचितम् रचय् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
सततम् सततम् pos=i
जिह्म जिह्म pos=a,comp=y
बुद्धिना बुद्धि pos=n,g=m,c=3,n=s