Original

युधिष्ठिर उवाच ।दाक्ष्यमेकपदं धर्म्यं दानमेकपदं यशः ।सत्यमेकपदं स्वर्ग्यं शीलमेकपदं सुखम् ॥ ४९ ॥

Segmented

युधिष्ठिर उवाच दाक्ष्यम् एक-पदम् धर्म्यम् दानम् एक-पदम् यशः सत्यम् एक-पदम् स्वर्ग्यम् शीलम् एक-पदम् सुखम्

Analysis

Word Lemma Parse
युधिष्ठिर युधिष्ठिर pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
दाक्ष्यम् दाक्ष्य pos=n,g=n,c=1,n=s
एक एक pos=n,comp=y
पदम् पद pos=n,g=n,c=1,n=s
धर्म्यम् धर्म्य pos=a,g=n,c=1,n=s
दानम् दान pos=n,g=n,c=1,n=s
एक एक pos=n,comp=y
पदम् पद pos=n,g=n,c=1,n=s
यशः यशस् pos=n,g=n,c=1,n=s
सत्यम् सत्य pos=n,g=n,c=1,n=s
एक एक pos=n,comp=y
पदम् पद pos=n,g=n,c=1,n=s
स्वर्ग्यम् स्वर्ग्य pos=a,g=n,c=1,n=s
शीलम् शील pos=n,g=n,c=1,n=s
एक एक pos=n,comp=y
पदम् पद pos=n,g=n,c=1,n=s
सुखम् सुख pos=n,g=n,c=1,n=s