महाभारतम् — 3.297.44
Original
Segmented
यक्ष उवाच किम् स्वित् प्रवसतो मित्रम् किम् स्विद् मित्रम् गृहे सतः आतुरस्य च किम् मित्रम् किम् स्विद् मित्रम् मरिष्यतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यक्ष | यक्ष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
स्वित् | स्विद् | pos=i |
प्रवसतो | प्रवस् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
मित्रम् | मित्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
स्विद् | स्विद् | pos=i |
मित्रम् | मित्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
गृहे | गृह | pos=n,g=m,c=7,n=s |
सतः | अस् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
आतुरस्य | आतुर | pos=a,g=m,c=6,n=s |
च | च | pos=i |
किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
मित्रम् | मित्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
स्विद् | स्विद् | pos=i |
मित्रम् | मित्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
मरिष्यतः | मृ | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |