महाभारतम् — 3.291.6
Original
Segmented
सा एवम् शाप-परित्रस्ता बहु चिन्तयती तदा मोहेन अभिपरी-अङ्गी स्मयमाना पुनः पुनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
एवम् | एवम् | pos=i |
शाप | शाप | pos=n,comp=y |
परित्रस्ता | परित्रस् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
बहु | बहु | pos=a,g=n,c=2,n=s |
चिन्तयती | चिन्तय् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
तदा | तदा | pos=i |
मोहेन | मोह | pos=n,g=m,c=3,n=s |
अभिपरी | अभिपरी | pos=va,comp=y,f=part |
अङ्गी | अङ्ग | pos=a,g=f,c=1,n=s |
स्मयमाना | स्मि | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
पुनः | पुनर् | pos=i |
पुनः | पुनर् | pos=i |