महाभारतम् — 3.283.1
Original
Segmented
मार्कण्डेय उवाच तस्याम् रात्र्याम् व्यतीतायाम् उदिते सूर्य-मण्डले कृत-पूर्वाह्णिकाः सर्वे समेयुः ते तपोधनाः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मार्कण्डेय | मार्कण्डेय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तस्याम् | तद् | pos=n,g=f,c=7,n=s |
रात्र्याम् | रात्रि | pos=n,g=f,c=7,n=s |
व्यतीतायाम् | व्यती | pos=va,g=f,c=7,n=s,f=part |
उदिते | वद् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
सूर्य | सूर्य | pos=n,comp=y |
मण्डले | मण्डल | pos=n,g=m,c=7,n=s |
कृत | कृ | pos=va,comp=y,f=part |
पूर्वाह्णिकाः | पूर्वाह्णिक | pos=a,g=m,c=1,n=p |
सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
समेयुः | समे | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
तपोधनाः | तपोधन | pos=a,g=m,c=1,n=p |