महाभारतम् — 3.281.31
Original
Segmented
सावित्री उवाच हृतम् पुरा मे श्वशुरस्य धीमतः स्वम् एव राज्यम् स लभेत पार्थिवः जह्यात् स्वधर्मम् न च मे गुरुः यथा द्वितीयम् एतम् वरयामि ते वरम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सावित्री | सावित्री | pos=n,g=f,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
हृतम् | हृ | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
पुरा | पुरा | pos=i |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
श्वशुरस्य | श्वशुर | pos=n,g=m,c=6,n=s |
धीमतः | धीमत् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
स्वम् | स्व | pos=a,g=n,c=2,n=s |
एव | एव | pos=i |
राज्यम् | राज्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
लभेत | लभ् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
पार्थिवः | पार्थिव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
जह्यात् | हा | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
स्वधर्मम् | स्वधर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
च | च | pos=i |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
गुरुः | गुरु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यथा | यथा | pos=i |
द्वितीयम् | द्वितीय | pos=a,g=m,c=2,n=s |
एतम् | एतद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
वरयामि | वरय् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
वरम् | वर | pos=n,g=m,c=2,n=s |