महाभारतम् — 3.273.32
Original
Segmented
एवम् बहुविधैः वाक्यैः अविन्ध्यो रावणम् तदा क्रुद्धम् संशमयामास जगृहे च स तद्-वचः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एवम् | एवम् | pos=i |
बहुविधैः | बहुविध | pos=a,g=n,c=3,n=p |
वाक्यैः | वाक्य | pos=n,g=n,c=3,n=p |
अविन्ध्यो | अविन्ध्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
रावणम् | रावण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
क्रुद्धम् | क्रुध् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
संशमयामास | संशमय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
जगृहे | ग्रह् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
च | च | pos=i |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तद् | तद् | pos=n,comp=y |
वचः | वचस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |