महाभारतम् — 3.267.1
Original
Segmented
मार्कण्डेय उवाच ततस् तत्र एव रामस्य समासीनस्य तैः सह समाजग्मुः कपि-श्रेष्ठाः सुग्रीव-वचनात् तदा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| मार्कण्डेय | मार्कण्डेय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| ततस् | ततस् | pos=i |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| रामस्य | राम | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| समासीनस्य | समास् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| तैः | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| सह | सह | pos=i |
| समाजग्मुः | समागम् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| कपि | कपि | pos=n,comp=y |
| श्रेष्ठाः | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| सुग्रीव | सुग्रीव | pos=n,comp=y |
| वचनात् | वचन | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |