महाभारतम् — 3.248.8
Original
Segmented
तत्र अपश्यत् प्रियाम् भार्याम् पाण्डवानाम् यशस्विनीम् तिष्ठन्तीम् आश्रम-द्वारि द्रौपदीम् निर्जने वने
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तत्र | तत्र | pos=i |
अपश्यत् | पश् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
प्रियाम् | प्रिय | pos=a,g=f,c=2,n=s |
भार्याम् | भार्या | pos=n,g=f,c=2,n=s |
पाण्डवानाम् | पाण्डव | pos=n,g=m,c=6,n=p |
यशस्विनीम् | यशस्विन् | pos=a,g=f,c=2,n=s |
तिष्ठन्तीम् | स्था | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
आश्रम | आश्रम | pos=n,comp=y |
द्वारि | द्वार् | pos=n,g=f,c=7,n=s |
द्रौपदीम् | द्रौपदी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
निर्जने | निर्जन | pos=a,g=n,c=7,n=s |
वने | वन | pos=n,g=n,c=7,n=s |