महाभारतम् — 3.241.17
Original
Segmented
वैशम्पायन उवाच एवम् उक्तस् तु कर्णेन कर्णम् राजा अब्रवीत् पुनः न किंचिद् दुर्लभम् तस्य यस्य त्वम् पुरुष-ऋषभ
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशम्पायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
एवम् | एवम् | pos=i |
उक्तस् | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
तु | तु | pos=i |
कर्णेन | कर्ण | pos=n,g=m,c=3,n=s |
कर्णम् | कर्ण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
पुनः | पुनर् | pos=i |
न | न | pos=i |
किंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
दुर्लभम् | दुर्लभ | pos=a,g=n,c=1,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
पुरुष | पुरुष | pos=n,comp=y |
ऋषभ | ऋषभ | pos=n,g=m,c=8,n=s |