महाभारतम् — 3.239.15
Original
Segmented
स सुहृद्भिः अमात्यैः च भ्रातृभिः स्व-जनेन च बहु-प्रकारम् अपि उक्तवान् निश्चयान् न व्यचाल्यत
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| सुहृद्भिः | सुहृद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| अमात्यैः | अमात्य | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| च | च | pos=i |
| भ्रातृभिः | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| स्व | स्व | pos=a,comp=y |
| जनेन | जन | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| च | च | pos=i |
| बहु | बहु | pos=a,comp=y |
| प्रकारम् | प्रकार | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| उक्तवान् | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| निश्चयान् | निश्चय | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| न | न | pos=i |
| व्यचाल्यत | विचालय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |