महाभारतम् — 3.23.40
Original
Segmented
एवम् निहत्य समरे शाल्वम् सौभम् निपात्य च आनर्तान् पुनः आगम्य सुहृदाम् प्रीतिम् आवहम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एवम् | एवम् | pos=i |
| निहत्य | निहन् | pos=vi |
| समरे | समर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| शाल्वम् | शाल्व | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| सौभम् | सौभ | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| निपात्य | निपातय् | pos=vi |
| च | च | pos=i |
| आनर्तान् | आनर्त | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| आगम्य | आगम् | pos=vi |
| सुहृदाम् | सुहृद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| प्रीतिम् | प्रीति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| आवहम् | आवह् | pos=v,p=1,n=s,l=lan |