महाभारतम् — 3.228.1
Original
Segmented
वैशम्पायन उवाच धृतराष्ट्रम् ततः सर्वे ददृशुः जनमेजय पृष्ट्वा सुखम् अथ उ राज्ञः पृष्ट्वा राज्ञा च भारत
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशम्पायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
धृतराष्ट्रम् | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
ततः | ततस् | pos=i |
सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ददृशुः | दृश् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
जनमेजय | जनमेजय | pos=n,g=m,c=8,n=s |
पृष्ट्वा | प्रच्छ् | pos=vi |
सुखम् | सुख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अथ | अथ | pos=i |
उ | उ | pos=i |
राज्ञः | राजन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
पृष्ट्वा | प्रच्छ् | pos=vi |
राज्ञा | राजन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
भारत | भारत | pos=n,g=m,c=8,n=s |