महाभारतम् — 3.219.27
Original
Segmented
कष्टा दारुण-रूपेण घोर-रूपा निशाचरी पिशाची दारुण-आकारा कथ्यते शीतपूतना गर्भान् सा मानुषीणाम् तु हरते घोर-दर्शना
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कष्टा | कष्ट | pos=a,g=f,c=1,n=s |
दारुण | दारुण | pos=a,comp=y |
रूपेण | रूप | pos=n,g=n,c=3,n=s |
घोर | घोर | pos=a,comp=y |
रूपा | रूप | pos=n,g=f,c=1,n=s |
निशाचरी | निशाचरी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
पिशाची | पिशाची | pos=n,g=f,c=1,n=s |
दारुण | दारुण | pos=a,comp=y |
आकारा | आकार | pos=n,g=f,c=1,n=s |
कथ्यते | कथय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
शीतपूतना | शीतपूतना | pos=n,g=f,c=1,n=s |
गर्भान् | गर्भ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
मानुषीणाम् | मानुषी | pos=n,g=f,c=6,n=p |
तु | तु | pos=i |
हरते | हृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
घोर | घोर | pos=a,comp=y |
दर्शना | दर्शन | pos=n,g=f,c=1,n=s |