महाभारतम् — 3.219.14
Original
Segmented
मार्कण्डेय उवाच अथ मातृ-गणः सर्वः स्कन्दम् वचनम् अब्रवीत् वयम् सर्वस्य लोकस्य मातरः कविभिः स्तुताः इच्छामो मातरस् तुभ्यम् भवितुम् पूजयस्व नः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मार्कण्डेय | मार्कण्डेय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
अथ | अथ | pos=i |
मातृ | मातृ | pos=n,comp=y |
गणः | गण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सर्वः | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=s |
स्कन्दम् | स्कन्द | pos=n,g=m,c=2,n=s |
वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
वयम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=p |
सर्वस्य | सर्व | pos=n,g=m,c=6,n=s |
लोकस्य | लोक | pos=n,g=m,c=6,n=s |
मातरः | मातृ | pos=n,g=f,c=1,n=p |
कविभिः | कवि | pos=n,g=m,c=3,n=p |
स्तुताः | स्तु | pos=va,g=f,c=1,n=p,f=part |
इच्छामो | इष् | pos=v,p=1,n=p,l=lat |
मातरस् | मातृ | pos=n,g=f,c=1,n=p |
तुभ्यम् | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
भवितुम् | भू | pos=vi |
पूजयस्व | पूजय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
नः | मद् | pos=n,g=,c=2,n=p |