Original

शक्तिर्वर्म बलं तेजः कान्तत्वं सत्यमक्षतिः ।ब्रह्मण्यत्वमसंमोहो भक्तानां परिरक्षणम् ॥ ३४ ॥

Segmented

शक्तिः वर्म बलम् तेजः कान्त-त्वम् सत्यम् अक्षतिः ब्रह्मण्य-त्वम् असंमोहो भक्तानाम् परिरक्षणम्

Analysis

Word Lemma Parse
शक्तिः शक्ति pos=n,g=f,c=1,n=s
वर्म वर्मन् pos=n,g=n,c=1,n=s
बलम् बल pos=n,g=n,c=1,n=s
तेजः तेजस् pos=n,g=n,c=1,n=s
कान्त कान्त pos=a,comp=y
त्वम् त्व pos=n,g=n,c=1,n=s
सत्यम् सत्य pos=n,g=n,c=1,n=s
अक्षतिः अक्षति pos=n,g=f,c=1,n=s
ब्रह्मण्य ब्रह्मण्य pos=n,comp=y
त्वम् त्व pos=n,g=n,c=1,n=s
असंमोहो असंमोह pos=n,g=m,c=1,n=s
भक्तानाम् भक्त pos=n,g=m,c=6,n=p
परिरक्षणम् परिरक्षण pos=n,g=n,c=1,n=s